The process entailed participation in a 4 day workshop with final selection of 11 fellows. An eclectic mix of youth from diverse backgrounds and identities.
जून की छुट्टियां खत्म हो चुकी थी और स्कूल खुलने वाले थे। मैं इस चीज को लेकर बहुत खुश थी कि अब मैं स्कूल जाकर अपने पीबीएल पर अच्छे से काम कर पाऊंगी। ट्रेनिंग के बाद मैं समझ गई थी के बच्चो PBL के सभी एल
मेरी कहानी की शुरुआत होती है, जैसे कि हमने पीबीएल प्रोजेक्ट करना था और हमारा पीबीएल प्रोजेक्ट था "Make your own Poem" बच्चो को खुद से पोएम बनानी थी। ये बात सुनकर बच्चे एक दम से बोले हमे नहीं आती खुद स