जून का महीना हमारे लिए बहुत उपयोगी था। इस महीने मैंने प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग-पी बी एल (Project Based Learning- PBL) को अच्छे से समझा लेकिन मुझे बहुत परेशानी हूई क्योंकि जो भी हमने जून में पढ़ा उसमे ज्यादा अंग्रेजी थी। तो मुझे समझ में बहुत कम आया। तो मैंने सब के सामने खुद को हल्का पाया और अपने आप को बहुत कमजोर भी पाया। इसके लिए सबसे मुझे अंग्रेजी की हिन्दी भी बताई और बहुत अच्छे से समझाया। मुझे सीखने को बहुत कुछ मिला जैसे की हमने SWOT किया। SWOT करके मूझे अपने आप को समझने में बहुत मदद मिली जब मैंने सोट किया तो अपने आप को समझा। मैं लोगों की परवाह बहुत करता था, कि लोग क्या कहेंगे। अब मैंने अपनी कमज़ोरियां समझी और मैंने उसपे काम करना शुरू किया है। SWOT करने से इन्सान अपने अन्दर की कमियों को देख सकता है और देखकर अपने आप को बेहतर कर सकता है। मूझे आज लगा की SWOT हर किसी को करना चाहिए और बार बार करते रहना चाहिए।
दूसरी चीज, 1-गोल 2-मिशन 3-विजन। ये तीनों चीज़ो को समझकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने इसमें देखा है की कोई सफल व्यक्ति कैसे अपने जीवन को टुकड़ों में बांटकर आगे बढ़ता है। जैसे की मैं अब अंग्रेजी बोलनी सीख रहा हूँ तो मैं हर एक घंटा ओनलाइन अंग्रेजी सीखता हूँ। यह मेरे वीजन को हासिल करने की ओर एक कदम है। और तीसरी चीज थी, PBL। मैंने जीतना PBL में जाना हैं यह सब बातें बच्चे में पाई जाती है। PBL में जो गतिविधि है ये बच्चे के सन्दर्भ से ही है। बच्चा उन गतिविधियों से सीखता हूआ नीकलता है। ये बच्चे के लिए जरुरी है और पीबीएल को पढ़ने से बच्चों को समझने में हमे भी काफी मदद मिली।
By Saddam
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