बारिश के बाद मौसम बदल रहा था जिसके कारण बच्चे बीमार पड़ रहे थे और इसकी वजह से वो अनुपस्तित बहुत हो रहे थे। लेकिन जो आस पास के बच्चे थे वो एक दो दिन में आ जाते थे। पर जो बच्चे दूर डेरे से आते थे वो बच्चे काफी समय से स्कूल नहीं आ रहे थे जिनकी संख्या 8 थी। वे सारे लड़के थे और अलग अलग कक्षा में थे। अब उनका स्कूल ना आना मेरे लिए एक चुनौती थी। पास के जो बच्चे है उनके घरों में मैंने कम्युनिटी विजिट काफी बार की हुई थी लेकिन जो बच्चे डेरे से आते थे उनके डेरे तक मैं नही गई क्योंकि उनमें से 4 के डेरे गांव से अलग थे और जंगल के किनारे थे जहाँ मै अकेले नहीं जा पाई लेकिन यह एक चुनौती थी जो मुझे हल करना थी। अब इस बात की चर्चा टीम में कई बार हुई थी। तो मेरे साथ कम्युनिटी विसिट पर टीम से वृंदा गई और हम स्कूल ऑफ होने के बाद निकल पड़े। तो हम सबसे पहले जीशान और इबरान के डेरे गए क्योंकि बाकियो के डेरे हमे मालूम नही थे। जब हम वहाँ पहुंचे तो हमे दोनो बच्चे घर पर ही बैठे मिले जिनके साथ उनकी मम्मी और दीदी बैठी थी। फिर हमने उनके साथ बैठ कर बात की के बच्चे स्कूल क्यों नही आ रहे थे। तो उनका कहना था की वो बीमार थे जिसकी वजह से आ नही पाए। उन्होंने हमसे वादा किया कि वो अगले दिन से स्कूल जरूर आयेंगे और फिर हम थोड़ी देर बाद वहाँ से दूसरे डेरे गए जहाँ हमे बच्चे और उनके माता पिता मिले। हमने उनसे बातें की और उनसे स्कूल ना आने का कारण पूछा तो सबके पास न आने की कुछ न कुछ वजह थी। फिर अगले दिन डेरे के सभी बच्चे स्कूल आए और उन्हें देख कर मुझे बहुत खुशी हुई और एक अच्छी जीत हासिल हुई। अब वो बच्चे रोजाना स्कूल आते है और स्कूल में होने वाली हर एक एक्टिविटी में भाग लेते है और उनमें से दो तीन बच्चो ने make your own poem वाले PBL मे कुछ poems भी बनाई है जो मेरी जीत है।
By Meenakshi
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