मेरी कहानी की शुरुआत होती है, जैसे कि हमने पीबीएल प्रोजेक्ट करना था और हमारा पीबीएल प्रोजेक्ट था "Make your own Poem" बच्चो को खुद से पोएम बनानी थी। ये बात सुनकर बच्चे एक दम से बोले हमे नहीं आती खुद से पोएम लिखनी। परंतु जब हमने प्रोजेक्ट की शुरुआत की और बच्चो के साथ साथ पहले अलग अलग पोएम मैने पढ़ी फिर बच्चो ने भी पढ़ी। हमने पहले समझा की पोएम अलग-अलग प्रकार की होती है। जैसे कि विवर्णात्मक, तुकांत, मुक्तचंद जैसे अलग-अलग प्रकार की कविताएं होती है। फिर हमने समझा, कैसे कविताएं बनती है एवं इन में अलंकारों का इस्तेमाल किस प्रकार किया जाता है। कविताओं में लय होती है और इन्हें हम गा कर सुनाते है। कविता में हम तुकबंदी वाले शब्द इस्तेमाल करते है। हमने ध्वनि पर गतिविधि की जिसमे किसी के दौड़ने की, गाए की, कुत्ते की, इत्यादि आवाज़े निकालने का अभ्यास किया। इससे बच्चो को मदद मिली के कैसे हम ध्वनियों का प्रयोग करके कविता बनाते है। जब हमने इतना कुछ कविता के बारे में जान लिया तो फिर बच्चो ने कविता बनानी शुरू की और सबने अपनी अपनी कविताएं बनाई और उन कविताओं के साथ चित्र बनाने की कोशिश भी की। जैसे में एक दो कविता आप लोगो के साथ भी सांझा करना चाहूंगी।
Poem 1- चुप चाप आता चूहा
चुप चाप आता चूहा
चुप चाप जाता चूहा।
कितने कपड़े कटता चूहा
यह तो नही बताता चूहा।
जब जाली में बंद हो जाता चूहा
तो इतना क्यों घबराता चूहा?
जब पानी में जाता चूहा
मछली देख भागता चूहा।
जब रोटी खाता चूहा
डंडी मार भागता चूहा ।
मम मम मम मछली
चूं चूं चूं चूहा………!
Poem 2- बिल्ली
एक बिल्ली रोज मेरे घर आती
सारा दूध पी जाती……
एक दिन फिर मेरे घर आई
में इतनी घबराई………
मुझे नींद ही नही आई
बी बी बी बिल्ली…..!!
By Aafreen
Comments